महाभारतम् — 12.263.42
Original
Segmented
ततो ऽब्रवीत् कुण्डधारो दिव्यम् ते चक्षुः उत्तमम् पश्य राज्ञाम् गतिम् विप्र लोकान् च अवेक्ष चक्षुषा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| कुण्डधारो | कुण्डधार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| चक्षुः | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| विप्र | विप्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अवेक्ष | अवेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |