महाभारतम् — 12.241.1
Original
Segmented
व्यास उवाच सृजते तु गुणान् सत्त्वम् क्षेत्रज्ञः तु अनुतिष्ठति गुणान् विक्रियतः सर्वान् उदासीन-वत् ईश्वरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| व्यास | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सृजते | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तु | तु | pos=i |
| गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| क्षेत्रज्ञः | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| अनुतिष्ठति | अनुष्ठा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विक्रियतः | विकृ | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उदासीन | उदासीन | pos=n,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |