महाभारतम् — 12.238.20
Original
Segmented
अतो गुह्यतर-अर्थम् तद् अध्यात्मम् अतिमानुषम् यत् तत् महा-ऋषिभिः दृष्टम् वेदान्तेषु च गीयते तत् ते ऽहम् सम्प्रवक्ष्यामि यत् माम् त्वम् परिपृच्छसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अतो | अतस् | pos=i |
| गुह्यतर | गुह्यतर | pos=a,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अध्यात्मम् | अध्यात्म | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अतिमानुषम् | अतिमानुष | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| ऋषिभिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| दृष्टम् | दृश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| वेदान्तेषु | वेदान्त | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| गीयते | गा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सम्प्रवक्ष्यामि | सम्प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| परिपृच्छसि | परिप्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |