महाभारतम् — 12.230.5
Original
Segmented
पौरुषम् कर्म दैवम् च फल-वृत्ति-स्वभावतः त्रयम् एतत् पृथक् भूतम् अविवेकम् तु केचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पौरुषम् | पौरुष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दैवम् | दैव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| फल | फल | pos=n,comp=y |
| वृत्ति | वृत्ति | pos=n,comp=y |
| स्वभावतः | स्वभाव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| त्रयम् | त्रय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पृथक् | पृथक् | pos=i |
| भूतम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| अविवेकम् | अविवेक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| केचन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=p |