महाभारतम् — 12.230.3
Original
Segmented
तत्र च इह विवित्सा स्यात् ज्ञानम् चेत् पुरुषम् प्रति उपपत्ति-उपलब्धि वर्णयिष्यामि तत् शृणु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
इह | इह | pos=i |
विवित्सा | विवित्सा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
चेत् | चेद् | pos=i |
पुरुषम् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
उपपत्ति | उपपत्ति | pos=n,comp=y |
उपलब्धि | उपलब्धि | pos=n,g=f,c=3,n=d |
वर्णयिष्यामि | वर्णय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |