महाभारतम् — 12.226.20
Original
Segmented
प्रतर्दनः काशि-पतिः प्रदाय नयने स्वके ब्राह्मणाय अतुलाम् कीर्तिम् इह च अमुत्र च अश्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रतर्दनः | प्रतर्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| काशि | काशि | pos=n,comp=y |
| पतिः | पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रदाय | प्रदा | pos=vi |
| नयने | नयन | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| स्वके | स्वक | pos=a,g=n,c=2,n=d |
| ब्राह्मणाय | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| अतुलाम् | अतुल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अमुत्र | अमुत्र | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |