महाभारतम् — 12.213.4
Original
Segmented
दमः तेजः वर्धयति पवित्रम् दम उच्यते विपाप्मा निर्भयो दान्तः पुरुषो विन्दते महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दमः | दम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तेजः | तेजस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वर्धयति | वर्धय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पवित्रम् | पवित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दम | दम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विपाप्मा | विपाप्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
निर्भयो | निर्भय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दान्तः | दम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पुरुषो | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विन्दते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |