महाभारतम् — 12.213.12
Original
Segmented
अवैर-कृत् सु उपचारः समो निन्दा-प्रशंसयोः सु वृत्तः शील-सम्पन्नः प्रसन्न-आत्मा आत्मवान् बुधः प्राप्य लोके च सत्कारम् स्वर्गम् वै प्रेत्य गच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अवैर | अवैर | pos=n,comp=y |
कृत् | कृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
उपचारः | उपचार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समो | सम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निन्दा | निन्दा | pos=n,comp=y |
प्रशंसयोः | प्रशंसा | pos=n,g=f,c=7,n=d |
सु | सु | pos=i |
वृत्तः | वृत्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शील | शील | pos=n,comp=y |
सम्पन्नः | सम्पद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रसन्न | प्रसद् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बुधः | बुध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
सत्कारम् | सत्कार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |