महाभारतम् — 12.207.21
Original
Segmented
पयसि अन्तर्हितम् सर्पिः यद्वत् निर्मथ्यते खजैः शुक्रम् निर्मथ्यते तद्वद् देह-संकल्प-जैः खजैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पयसि | पयस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अन्तर्हितम् | अन्तर्धा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
सर्पिः | सर्पिस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यद्वत् | यद्वत् | pos=i |
निर्मथ्यते | निर्मथ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
खजैः | खज | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शुक्रम् | शुक्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निर्मथ्यते | निर्मथ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तद्वद् | तद्वत् | pos=i |
देह | देह | pos=n,comp=y |
संकल्प | संकल्प | pos=n,comp=y |
जैः | ज | pos=a,g=m,c=3,n=p |
खजैः | खज | pos=n,g=m,c=3,n=p |