महाभारतम् — 12.207.13
Original
Segmented
राग-उत्पत्तौ चरेत् कृच्छ्रम् अह्नः त्रिस् प्रविशेद् अपः मग्नः स्वप्ने च मनसा त्रिः जपेद् अघमर्षणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राग | राग | pos=n,comp=y |
| उत्पत्तौ | उत्पत्ति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| चरेत् | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| कृच्छ्रम् | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अह्नः | अहर् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| त्रिस् | त्रिस् | pos=i |
| प्रविशेद् | प्रविश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अपः | अप् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| मग्नः | मज्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स्वप्ने | स्वप्न | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| त्रिः | त्रिस् | pos=i |
| जपेद् | जप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अघमर्षणम् | अघमर्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |