महाभारतम् — 12.200.27
Original
Segmented
तस्य विक्रमणाद् एव देवानाम् श्रीः व्यवर्धत दानवाः च पराभूता दैतेयी च आसुरी प्रजा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विक्रमणाद् | विक्रमण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
एव | एव | pos=i |
देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
व्यवर्धत | विवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
दानवाः | दानव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
पराभूता | पराभू | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
दैतेयी | दैतेय | pos=a,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
आसुरी | आसुर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
प्रजा | प्रजा | pos=n,g=f,c=1,n=s |