महाभारतम् — 12.198.11
Original
Segmented
तपसा च अनुमानेन गुणैः जात्या श्रुतेन च निनीषेत् तत् परम् ब्रह्म विशुद्धेन अन्तरात्मना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
अनुमानेन | अनुमान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
जात्या | जाति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
श्रुतेन | श्रुत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
निनीषेत् | निनीष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परम् | पर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विशुद्धेन | विशुध् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
अन्तरात्मना | अन्तरात्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |