महाभारतम् — 12.192.37
Original
Segmented
स्वागतम् ते महा-राज ब्रूहि यद् यद् इह इच्छसि स्व-शक्त्या किम् करोमि इह तद् भवान् प्रब्रवीतु मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वागतम् | स्वागत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| इच्छसि | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| शक्त्या | शक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| करोमि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| इह | इह | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्रब्रवीतु | प्रब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |