महाभारतम् — 12.19.7
Original
Segmented
धर्म-सूक्ष्मम् तु यद् वाक्यम् तत्र दुष्प्रतरम् त्वया धनंजय न मे बुद्धिम् अभिशङ्कितुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
सूक्ष्मम् | सूक्ष्म | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
दुष्प्रतरम् | दुष्प्रतर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
धनंजय | धनंजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अभिशङ्कितुम् | अभिशङ्क् | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |