महाभारतम् — 12.19.5
Original
Segmented
भ्रातृ-सौहृदम् आस्थाय यद् उक्तम् वचनम् त्वया न्याय्यम् युक्तम् च कौन्तेय प्रीतो ऽहम् तेन ते ऽर्जुन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
सौहृदम् | सौहृद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आस्थाय | आस्था | pos=vi |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
न्याय्यम् | न्याय्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
युक्तम् | युक्त | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽर्जुन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=8,n=s |