महाभारतम् — 12.19.19
Original
Segmented
अग्राह्यः चक्षुषा सो ऽपि अनिर्देश्यम् च तद् गिरा कर्म-हेतु-पुरस्कारम् भूतेषु परिवर्तते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अग्राह्यः | अग्राह्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
अनिर्देश्यम् | अनिर्देश्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
गिरा | गिर् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
हेतु | हेतु | pos=n,comp=y |
पुरस्कारम् | पुरस्कार | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भूतेषु | भूत | pos=n,g=n,c=7,n=p |
परिवर्तते | परिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |