Original

त्रिवर्गगुणनिर्वृत्तिर्यस्य नित्यं गृहाश्रमे ।स सुखान्यनुभूयेह शिष्टानां गतिमाप्नुयात् ॥ १७ ॥

Segmented

त्रिवर्ग-गुण-निर्वृत्तिः यस्य नित्यम् गृहाश्रमे स सुखानि अनुभूय इह शिष्टानाम् गतिम् आप्नुयात्

Analysis

Word Lemma Parse
त्रिवर्ग त्रिवर्ग pos=n,comp=y
गुण गुण pos=n,comp=y
निर्वृत्तिः निर्वृत्ति pos=n,g=f,c=1,n=s
यस्य यद् pos=n,g=m,c=6,n=s
नित्यम् नित्यम् pos=i
गृहाश्रमे गृहाश्रम pos=n,g=m,c=7,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
सुखानि सुख pos=n,g=n,c=2,n=p
अनुभूय अनुभू pos=vi
इह इह pos=i
शिष्टानाम् शास् pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part
गतिम् गति pos=n,g=f,c=2,n=s
आप्नुयात् आप् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin