महाभारतम् — 12.152.16
Original
Segmented
द्वेष-क्रोध-प्रसक्ताः च शिष्ट-आचार-बहिष्कृताः अन्तः क्षुराः वाच्-मधुराः कूपाः छन्नाः तृणैः इव धर्मवैतंसिकाः क्षुद्रा मुष्णन्ति ध्वजिनो जगत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्वेष | द्वेष | pos=n,comp=y |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
प्रसक्ताः | प्रसञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
शिष्ट | शास् | pos=va,comp=y,f=part |
आचार | आचार | pos=n,comp=y |
बहिष्कृताः | बहिष्कृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
क्षुराः | क्षुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
मधुराः | मधुर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
कूपाः | कूप | pos=n,g=m,c=1,n=p |
छन्नाः | छद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तृणैः | तृण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
धर्मवैतंसिकाः | धर्मवैतंसिक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
क्षुद्रा | क्षुद्र | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मुष्णन्ति | मुष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ध्वजिनो | ध्वजिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=2,n=s |