महाभारतम् — 12.152.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच पापस्य यद् अधिष्ठानम् यतः पापम् प्रवर्तते एतद् इच्छामि अहम् ज्ञातुम् तत्त्वेन भरत-ऋषभ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पापस्य | पाप | pos=n,g=n,c=6,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अधिष्ठानम् | अधिष्ठान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यतः | यतस् | pos=i |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रवर्तते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ज्ञातुम् | ज्ञा | pos=vi |
तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |