Original

इति सा शकुनी वाक्यं क्षारकस्था तपस्विनी ।अतिदुःखान्विता प्रोच्य भर्तारं समुदैक्षत ॥ २० ॥

Segmented

इति सा शकुनी वाक्यम् क्षारक-स्था तपस्विनी अति दुःख-अन्विता प्रोच्य भर्तारम् समुदैक्षत

Analysis

Word Lemma Parse
इति इति pos=i
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
शकुनी शकुनी pos=n,g=f,c=1,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
क्षारक क्षारक pos=n,comp=y
स्था स्थ pos=a,g=f,c=1,n=s
तपस्विनी तपस्विनी pos=n,g=f,c=1,n=s
अति अति pos=i
दुःख दुःख pos=n,comp=y
अन्विता अन्वित pos=a,g=f,c=1,n=s
प्रोच्य प्रवच् pos=vi
भर्तारम् भर्तृ pos=n,g=m,c=2,n=s
समुदैक्षत समुदीक्ष् pos=v,p=3,n=s,l=lan