महाभारतम् — 12.139.75
Original
Segmented
विश्वामित्र उवाच स्थाने तावत् संशयः प्रेत्यभावे निःसंशयम् कर्मणाम् वा विनाशः अहम् पुनः वर्त इति आशय-आत्मा मूलम् रक्षन् भक्षयिष्यामि अभक्ष्यम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विश्वामित्र | विश्वामित्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स्थाने | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तावत् | तावत् | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रेत्यभावे | प्रेत्यभाव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निःसंशयम् | निःसंशय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
वा | वा | pos=i |
विनाशः | विनाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
वर्त | वृत् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
आशय | आशय | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रक्षन् | रक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भक्षयिष्यामि | भक्षय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
अभक्ष्यम् | अभक्ष्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |