Original

श्वपच उवाच ।असता यत्समाचीर्णं न स धर्मः सनातनः ।नावृत्तमनुकार्यं वै मा छलेनानृतं कृथाः ॥ ७० ॥

Segmented

श्वपच उवाच असता यत् समाचीर्णम् न स धर्मः सनातनः न अवृत्तम् अनुकार्यम् वै मा छलेन अनृतम् कृथाः

Analysis

Word Lemma Parse
श्वपच श्वपच pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
असता असत् pos=a,g=m,c=3,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
समाचीर्णम् समाचर् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्मः धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
सनातनः सनातन pos=a,g=m,c=1,n=s
pos=i
अवृत्तम् अवृत्त pos=a,g=n,c=1,n=s
अनुकार्यम् अनुकृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
वै वै pos=i
मा मा pos=i
छलेन छल pos=n,g=m,c=3,n=s
अनृतम् अनृत pos=n,g=n,c=2,n=s
कृथाः कृ pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug