महाभारतम् — 12.137.70
Original
Segmented
सदा न विश्वसेद् राजन् पापम् कृत्वा इह कस्यचित् अपकृत्य परेषाम् हि विश्वासाद् दुःखम् अश्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सदा | सदा | pos=i |
| न | न | pos=i |
| विश्वसेद् | विश्वस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| इह | इह | pos=i |
| कस्यचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अपकृत्य | अपकृ | pos=vi |
| परेषाम् | पर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| विश्वासाद् | विश्वास | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |