महाभारतम् — 12.137.43
Original
Segmented
सत्कृतस्य अर्थ-मानाभ्याम् स्यात् तु पूर्व-अपकारिनः न एव शान्तिः न विश्वासः कर्म त्रासयते बलात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सत्कृतस्य | सत्कृ | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
मानाभ्याम् | मान | pos=n,g=m,c=3,n=d |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तु | तु | pos=i |
पूर्व | पूर्व | pos=n,comp=y |
अपकारिनः | अपकारिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
शान्तिः | शान्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
विश्वासः | विश्वास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्रासयते | त्रासय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
बलात् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |