Original

अन्योन्यकृतवैराणां संवासान्मृदुतां गतम् ।नैव तिष्ठति तद्वैरं पुष्करस्थमिवोदकम् ॥ ३७ ॥

Segmented

अन्योन्य-कृत-वैरानाम् संवासात् मृदु-ताम् गतम् न एव तिष्ठति तद् वैरम् पुष्कर-स्थम् इव उदकम्

Analysis

Word Lemma Parse
अन्योन्य अन्योन्य pos=n,comp=y
कृत कृ pos=va,comp=y,f=part
वैरानाम् वैर pos=n,g=m,c=6,n=p
संवासात् संवास pos=n,g=m,c=5,n=s
मृदु मृदु pos=a,comp=y
ताम् ता pos=n,g=f,c=2,n=s
गतम् गम् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
pos=i
एव एव pos=i
तिष्ठति स्था pos=v,p=3,n=s,l=lat
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
वैरम् वैर pos=n,g=n,c=1,n=s
पुष्कर पुष्कर pos=n,comp=y
स्थम् स्थ pos=a,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
उदकम् उदक pos=n,g=n,c=1,n=s