महाभारतम् — 12.137.105
Original
Segmented
नित्य-उद्विज् प्रजा यस्य कर-भार-प्रपीडय् अनर्थैः विप्रलुप्यन्ते स गच्छति पराभवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नित्य | नित्य | pos=a,comp=y |
उद्विज् | उद्विज् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
प्रजा | प्रजा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कर | कर | pos=n,comp=y |
भार | भार | pos=n,comp=y |
प्रपीडय् | प्रपीडय् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
अनर्थैः | अनर्थ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विप्रलुप्यन्ते | विप्रलुप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पराभवम् | पराभव | pos=n,g=m,c=2,n=s |