महाभारतम् — 12.132.8
Original
Segmented
दुराचारः क्षीण-बलः परिमाणम् नियच्छति अथ तस्माद् उद्विजते सर्वो लोको वृकाद् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दुराचारः | दुराचार | pos=a,g=m,c=1,n=s |
क्षीण | क्षि | pos=va,comp=y,f=part |
बलः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परिमाणम् | परिमाण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नियच्छति | नियम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अथ | अथ | pos=i |
तस्माद् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
उद्विजते | उद्विज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सर्वो | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लोको | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वृकाद् | वृक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इव | इव | pos=i |