Original

अनीश्वरे बलं धर्मो द्रुमं वल्लीव संश्रिता ।वश्यो बलवतां धर्मः सुखं भोगवतामिव ।नास्त्यसाध्यं बलवतां सर्वं बलवतां शुचि ॥ ७ ॥

Segmented

अनीश्वरे बलम् धर्मो द्रुमम् वल्ली इव संश्रिता वश्यो बलवताम् धर्मः सुखम् भोगवताम् इव न अस्ति असाध्यम् बलवताम् सर्वम् बलवताम् शुचि

Analysis

Word Lemma Parse
अनीश्वरे अनीश्वर pos=a,g=m,c=7,n=s
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
द्रुमम् द्रुम pos=n,g=m,c=2,n=s
वल्ली वल्ली pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
संश्रिता संश्रि pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
वश्यो वश्य pos=a,g=m,c=1,n=s
बलवताम् बलवत् pos=a,g=m,c=6,n=p
धर्मः धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=1,n=s
भोगवताम् भोगवत् pos=a,g=m,c=6,n=p
इव इव pos=i
pos=i
अस्ति अस् pos=v,p=3,n=s,l=lat
असाध्यम् असाध्य pos=a,g=n,c=1,n=s
बलवताम् बलवत् pos=a,g=m,c=6,n=p
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
बलवताम् बलवत् pos=a,g=m,c=6,n=p
शुचि शुचि pos=a,g=n,c=1,n=s