महाभारतम् — 12.132.1
Original
Segmented
भीष्म उवाच अत्र कर्मान्त-वचनम् कीर्तयन्ति पुराविदः प्रत्यक्षौ एव धर्म-अर्थौ क्षत्रियस्य विजानतः तत्र न व्यवधातव्यम् परोक्षा धर्म-यापना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अत्र | अत्र | pos=i |
कर्मान्त | कर्मान्त | pos=n,comp=y |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कीर्तयन्ति | कीर्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पुराविदः | पुराविद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रत्यक्षौ | प्रत्यक्ष | pos=a,g=m,c=1,n=d |
एव | एव | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
अर्थौ | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=d |
क्षत्रियस्य | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विजानतः | विज्ञा | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
तत्र | तत्र | pos=i |
न | न | pos=i |
व्यवधातव्यम् | व्यवधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
परोक्षा | परोक्ष | pos=a,g=f,c=1,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
यापना | यापन | pos=n,g=f,c=1,n=s |