महाभारतम् — 12.123.16
Original
Segmented
दुराचारान् यदा राजा प्रदुष्टान् न नियच्छति तस्माद् उद्विजते लोकः सर्पाद् वेश्म-गतात् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दुराचारान् | दुराचार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
यदा | यदा | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रदुष्टान् | प्रदुष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
न | न | pos=i |
नियच्छति | नियम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तस्माद् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
उद्विजते | उद्विज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्पाद् | सर्प | pos=n,g=m,c=5,n=s |
वेश्म | वेश्मन् | pos=n,comp=y |
गतात् | गम् | pos=va,g=m,c=5,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |