महाभारतम् — 12.119.4
Original
Segmented
अनुरूपाणि कर्माणि भृत्येभ्यो यः प्रयच्छति स भृत्य-गुण-सम्पन्नम् राजा फलम् उपाश्नुते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनुरूपाणि | अनुरूप | pos=a,g=n,c=2,n=p |
कर्माणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
भृत्येभ्यो | भृत्य | pos=n,g=m,c=4,n=p |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रयच्छति | प्रयम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | स | pos=i |
भृत्य | भृत्य | pos=n,comp=y |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
सम्पन्नम् | सम्पद् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपाश्नुते | उपाश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |