महाभारतम् — 12.117.27
Original
Segmented
कदाचिद् रममाणस्य हस्तिनः सु मुखम् तदा ऋषेः तस्य उटज-स्थस्य कालो अगच्छत् निशानिशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
रममाणस्य | रम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
हस्तिनः | हस्तिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सु | सु | pos=i |
मुखम् | मुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
ऋषेः | ऋषि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उटज | उटज | pos=n,comp=y |
स्थस्य | स्थ | pos=a,g=m,c=6,n=s |
कालो | काल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अगच्छत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
निशानिशम् | निशानिशम् | pos=i |