महाभारतम् — 12.112.66
Original
Segmented
दूषितम् पर-दोषैः हि गृह्णीते यो ऽन्यथा शुचिम् स्वयम् संदूषय्-अमात्यः क्षिप्रम् एव विनश्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दूषितम् | दूषय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| दोषैः | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| गृह्णीते | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽन्यथा | अन्यथा | pos=i |
| शुचिम् | शुचि | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| संदूषय् | संदूषय् | pos=va,comp=y,f=part |
| अमात्यः | अमात्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| विनश्यति | विनश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |