Original

युधिष्ठिर उवाच ।कथं धर्मे स्थातुमिच्छन्नरो वर्तेत भारत ।विद्वञ्जिज्ञासमानाय प्रब्रूहि भरतर्षभ ॥ १ ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच कथम् धर्मे स्थातुम् इच्छन् नरः वर्तेत भारत विद्वञ् जिज्ञासमानाय प्रब्रूहि भरत-ऋषभ

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
कथम् कथम् pos=i
धर्मे धर्म pos=n,g=m,c=7,n=s
स्थातुम् स्था pos=vi
इच्छन् इष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
नरः नर pos=n,g=m,c=1,n=s
वर्तेत वृत् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s
विद्वञ् विद्वस् pos=a,g=m,c=8,n=s
जिज्ञासमानाय जिज्ञास् pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part
प्रब्रूहि प्रब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s