महाभारतम् — 12.104.46
Original
Segmented
तूष्णींभावे ऽपि हि ज्ञानम् न चेद् भवति कारणम् विश्वासम् ओष्ठ-संदंशम् शिरसः च प्रकम्पनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तूष्णींभावे | तूष्णींभाव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
हि | हि | pos=i |
ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
चेद् | चेद् | pos=i |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कारणम् | कारण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विश्वासम् | विश्वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ओष्ठ | ओष्ठ | pos=n,comp=y |
संदंशम् | संदंश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शिरसः | शिरस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
प्रकम्पनम् | प्रकम्पन | pos=n,g=n,c=2,n=s |