महाभारतम् — 12.104.32
Original
Segmented
तथा विविध-शीलानाम् अपि संभव उच्यते यतेत योगम् आस्थाय मित्र-अमित्रान् अवारयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तथा | तथा | pos=i |
विविध | विविध | pos=a,comp=y |
शीलानाम् | शील | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
संभव | सम्भव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यतेत | यत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आस्थाय | आस्था | pos=vi |
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
अमित्रान् | अमित्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अवारयन् | अवारयत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |