महाभारतम् — 12.104.17
Original
Segmented
दीर्घ-कालम् अपि क्षान्त्वा विहन्याद् एव शात्रवान् काल-आकाङ्क्षी यामयेत् च यथा विस्रम्भम् आप्नुयुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दीर्घ | दीर्घ | pos=a,comp=y |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
क्षान्त्वा | क्षम् | pos=vi |
विहन्याद् | विहन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
एव | एव | pos=i |
शात्रवान् | शात्रव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
काल | काल | pos=n,comp=y |
आकाङ्क्षी | आकाङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यामयेत् | यामय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
च | च | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
विस्रम्भम् | विस्रम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आप्नुयुः | आप् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |