महाभारतम् — 12.104.11
Original
Segmented
न नित्यम् परिभूय अरीन् सुखम् स्वपिति वासव जागर्ति एव च दुष्ट-आत्मा संकरे ऽग्निः इव उत्थितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
परिभूय | परिभू | pos=vi |
अरीन् | अरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सुखम् | सुखम् | pos=i |
स्वपिति | स्वप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वासव | वासव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जागर्ति | जागृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
दुष्ट | दुष् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संकरे | संकर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उत्थितः | उत्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |