महाभारतम् — 12.104.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच कथम् मृदौ कथम् तीक्ष्णे महा-पक्षे च पार्थिव अरौ वर्तेत नृपतिः तत् मे ब्रूहि पितामह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कथम् | कथम् | pos=i |
मृदौ | मृदु | pos=a,g=m,c=7,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
तीक्ष्णे | तीक्ष्ण | pos=a,g=m,c=7,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
पक्षे | पक्ष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अरौ | अरि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वर्तेत | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
नृपतिः | नृपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |