महाभारतम् — 12.103.34
Original
Segmented
प्रहरिष्यन् प्रियम् ब्रूयात् प्रहरन्न् अपि भारत प्रहृत्य च कृपायेत शोचन्न् इव रुदन्न् इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रहरिष्यन् | प्रहृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ब्रूयात् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| प्रहरन्न् | प्रहृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अपि | अपि | pos=i |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रहृत्य | प्रहृ | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| कृपायेत | कृपाय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| शोचन्न् | शुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| रुदन्न् | रुद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |