Original

अहो धिक्पश्य शल्यस्य पूर्णचन्द्रसुदर्शनम् ।मुखं पद्मपलाशाक्षं वडैरादष्टमव्रणम् ॥ ४ ॥

Segmented

अहो धिक् पश्य शल्यस्य पूर्ण-चन्द्र-सु दर्शनम् मुखम् पद्म-पलाश-अक्षम् वडैः आदष्टम् अव्रणम्

Analysis

Word Lemma Parse
अहो अहो pos=i
धिक् धिक् pos=i
पश्य पश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
शल्यस्य शल्य pos=n,g=m,c=6,n=s
पूर्ण पूर्ण pos=a,comp=y
चन्द्र चन्द्र pos=n,comp=y
सु सु pos=i
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=2,n=s
मुखम् मुख pos=n,g=n,c=2,n=s
पद्म पद्म pos=n,comp=y
पलाश पलाश pos=n,comp=y
अक्षम् अक्ष pos=n,g=n,c=2,n=s
वडैः वड pos=n,g=m,c=3,n=p
आदष्टम् आदंश् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
अव्रणम् अव्रण pos=a,g=n,c=2,n=s