Original

रक्तोत्पलवनानीव विभान्ति रुचिराणि वै ।मुखानि परमस्त्रीणां परिशुष्काणि केशव ॥ ४३ ॥

Segmented

रक्तोत्पल-वना इव विभान्ति रुचिराणि वै मुखानि परम-स्त्रीणाम् परिशुष्काणि केशव

Analysis

Word Lemma Parse
रक्तोत्पल रक्तोत्पल pos=n,comp=y
वना वन pos=n,g=n,c=1,n=p
इव इव pos=i
विभान्ति विभा pos=v,p=3,n=p,l=lat
रुचिराणि रुचिर pos=a,g=n,c=1,n=p
वै वै pos=i
मुखानि मुख pos=n,g=n,c=1,n=p
परम परम pos=a,comp=y
स्त्रीणाम् स्त्री pos=n,g=f,c=6,n=p
परिशुष्काणि परिशुष्क pos=a,g=n,c=1,n=p
केशव केशव pos=n,g=m,c=8,n=s