Original

दुःखोपहतचित्ताभिः समन्तादनुनादितम् ।दृष्ट्वायोधनमत्युग्रं धर्मज्ञा सुबलात्मजा ॥ १६ ॥

Segmented

दुःख-उपहत-चित्ताभिः समन्ताद् अनुनादितम् दृष्ट्वा आयोधनम् अति उग्रम् धर्म-ज्ञा सुबल-आत्मजा

Analysis

Word Lemma Parse
दुःख दुःख pos=n,comp=y
उपहत उपहन् pos=va,comp=y,f=part
चित्ताभिः चित्त pos=n,g=f,c=3,n=p
समन्ताद् समन्तात् pos=i
अनुनादितम् अनुनादय् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
आयोधनम् आयोधन pos=n,g=n,c=2,n=s
अति अति pos=i
उग्रम् उग्र pos=a,g=n,c=2,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञा ज्ञ pos=a,g=f,c=1,n=s
सुबल सुबल pos=n,comp=y
आत्मजा आत्मजा pos=n,g=f,c=1,n=s