महाभारतम् — 10.7.41
Original
Segmented
प्राप्य अष्टगुणम् ऐश्वर्यम् ये न यान्ति च विस्मयम् येषाम् विस्मयते नित्यम् भगवान् कर्मभिः हरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
अष्टगुणम् | अष्टगुण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ऐश्वर्यम् | ऐश्वर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
च | च | pos=i |
विस्मयम् | विस्मय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
विस्मयते | विस्मि | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
भगवान् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
हरः | हर | pos=n,g=m,c=1,n=s |