महाभारतम् — 10.7.31
Original
Segmented
भेरी-शङ्ख-मृदङ्गान् ते झर्झर-आनक-गोमुखान् अवादयन् पारिषदाः प्रहृष्टाः कनक-प्रभाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भेरी | भेरी | pos=n,comp=y |
शङ्ख | शङ्ख | pos=n,comp=y |
मृदङ्गान् | मृदङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
झर्झर | झर्झर | pos=n,comp=y |
आनक | आनक | pos=n,comp=y |
गोमुखान् | गोमुख | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अवादयन् | वादय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
पारिषदाः | पारिषद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रहृष्टाः | प्रहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
कनक | कनक | pos=n,comp=y |
प्रभाः | प्रभा | pos=n,g=m,c=1,n=p |