महाभारतम् — 10.5.8
Original
Segmented
स कल्याणे मतिम् कृत्वा नियम्य आत्मानम् आत्मना कुरु मे वचनम् तात येन पश्चात् न तप्यसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कल्याणे | कल्याण | pos=a,g=n,c=7,n=s |
मतिम् | मति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
नियम्य | नियम् | pos=vi |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
येन | येन | pos=i |
पश्चात् | पश्चात् | pos=i |
न | न | pos=i |
तप्यसे | तप् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |