महाभारतम् — 10.5.11
Original
Segmented
अद्य स्वप्स्यन्ति पाञ्चाला विमुक्त-कवचाः विभो विश्वस्ता रजनीम् सर्वे प्रेता इव विचेतसः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
स्वप्स्यन्ति | स्वप् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
पाञ्चाला | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विमुक्त | विमुच् | pos=va,comp=y,f=part |
कवचाः | कवच | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
विश्वस्ता | विश्वस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
रजनीम् | रजनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रेता | प्रेत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
विचेतसः | विचेतस् | pos=a,g=m,c=1,n=p |