महाभारतम् — 10.11.20
Original
Segmented
द्रौपदी उवाच द्रोणपुत्रस्य सहजो मणिः शिरसि मे श्रुतः निहत्य संख्ये तम् पापम् पश्येयम् मणिम् आहृतम् राजञ् शिरसि तम् कृत्वा जीवेयम् इति मे मतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्रौपदी | द्रौपदी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
द्रोणपुत्रस्य | द्रोणपुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सहजो | सहज | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मणिः | मणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शिरसि | शिरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
श्रुतः | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
निहत्य | निहन् | pos=vi |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पापम् | पाप | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पश्येयम् | पश् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
मणिम् | मणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहृतम् | आहृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
राजञ् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शिरसि | शिरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
जीवेयम् | जीव् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |