महाभारतम् — 10.11.12
Original
Segmented
आत्मजान् तेन धर्मेण श्रुत्वा शूरान् निपातितान् उपप्लव्ये मया सार्धम् दिष्ट्या त्वम् न स्मरिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आत्मजान् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
शूरान् | शूर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
निपातितान् | निपातय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
उपप्लव्ये | उपप्लव्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
स्मरिष्यसि | स्मृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |