महाभारतम् — 10.11.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच स दृष्ट्वा निहतान् संख्ये पुत्रान् भ्रातॄन् सखीन् तथा महा-दुःख-परीत-आत्मा बभूव जनमेजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
निहतान् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पुत्रान् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सखीन् | सखि | pos=n,g=,c=2,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
परीत | परी | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |